Artificial satellite Essay
कृत्रिम उपग्रह पर निबंध
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कृत्रिम उपग्रह पर निबंध Artificial satellite Essay
सूर्य या किसी अन्य तारे के चारों ओर परिक्रमा करनेवाले खगोल पिण्डों को ग्रह कहते हैं। हमारे सौर मंडल में नौ ग्रह हैं – बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्वति, यम (प्लूटो), शनि, युरेनस और नेप्ट्यून | चंद्रमा पृथ्वी का एक मात्र प्राकृतिक उपग्रह है।
Astronomical bodies revolving around the Sun or any other star are called planets. There are nine planets in our solar system – Mercury, Venus, Earth, Mars, Jupiter, Yama (Pluto), Saturn, Uranus and Neptune. Moon is the only natural satellite of the Earth.
इन ग्रहों और उपग्रहों के बारे में जानने के लिए मनुष्य ने कृत्रिम उपग्रहों का निर्माण किया। रूस ने 4 अक्टूबर 1957 को पहला कृत्रिम उपग्रह अंतरिक्ष में भेजा था। इसका नाम था ‘स्पुतनिक‘ 1। इसके बाद अमेरिका ने भी ‘एक्स्प्लोरर‘ नाम का कृत्रिम उपग्रह अंतरिक्ष में भेजा। भारत का पहला उपग्रह 3 अप्रैल 1974 ईस्वी में अंतरिक्ष में स्थापित किया गया। इस उपग्रह का नाम ‘आर्यभट्ट‘ रखा गया जो भारत के एक प्रसिद्ध गणितज्ञ थे। इसके बाद भारत का दूसरा उपग्रह ‘भास्कर‘ 1 अंतरिक्ष में छोड़ा गया। भास्कर भी प्राचीन भारत के एक प्रसिद्ध गणितज्ञ थे। आगे भारत ने रोहिणी, एप्पल और भास्कर-2 उपग्रहों को भी अंतरिक्ष में भेजा। इसके बाद भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाली के अंदर ‘इन्साट -1ए‘, ‘ इन्साट – 1बी‘ आदि उपग्रह अंतरिक्ष में छोड़े गए। इन उपग्रहों की सहायता से देश के संचार व्यवस्था को बहुत लाभ हुआ है।
To know about these planets and satellites man made artificial satellites. Russia sent the first artificial satellite into space on 4 October 1957. Its name was ‘Sputnik’. After this America also sent an artificial satellite named ‘Explorer’ into space. India’s first satellite was installed in space on 3 April 1974 AD. This satellite was named ‘Aryabhatta’ who was a famous mathematician of India. After this, India’s second satellite ‘Bhaskar’ 1 was launched into space. Bhaskara was also a famous mathematician of ancient India. Further, India also sent Rohini, Apple and Bhaskar-2 satellites into space. After this, satellites ‘INSAT-1A’, ‘INSAT-1B’ etc. were released into space inside the Indian National Satellite System. With the help of these satellites, the country’s communication system has benefited a lot.
कृत्रिम उपग्रहों को राकेटों की सहायता से अंतरिक्ष में भेजा जाता है। ये निश्चित ऊँचाई तक पहुँच कर पृथ्वी की परिक्रमा करते हैं । उपग्रह से संदेशों को प्राप्त करने के लिए एक रिसीवर होता है और इसकी शक्ति बढ़ाने के लिए ‘एंपलीफायर‘ (प्रवर्धक) होता है। इनकी ऊर्जा के लिए बैटरियाँ लगी होती हैं।
Artificial satellites are sent into space with the help of rockets. They revolve around the earth after reaching a certain height. There is a receiver to receive the messages from the satellite and an ‘amplifier’ to increase its power. Batteries are used for their energy.
उपग्रहों के माध्यम से टेलीफोन, रेडियो और टेलीविज़न संदेश धरती के एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजे जाते हैं। यह संदेश उपग्रह में लगाये गये एंटेना द्वारा ग्रहण किए जाते हैं और रिसीवर के माध्यम से भेज दिए जाते हैं । उपग्रह ‘ट्रांसमीटर‘ (संकेत प्रसारक) इन संदेशों को पृथ्वी के निश्चित भाग की ओर भेजता है और वहाँ लगा रिसीवर इन्हें प्राप्त कर लेता है। इस प्रकार टेलीविज़न सिग्नल दूसरे देश या दूसरे स्थान पर प्राप्त कर लिया जाता है। उपग्रह द्वारा संसार के किसी भी एक कोने से दूसरे कोने तक आसानी से संपर्क स्थापित किया जा सकता है।
Telephone, radio and television messages are sent from one place to another on the earth through satellites. These messages are received by the antennas installed in the satellite and sent through the receiver. The satellite ‘transmitter’ (signal broadcaster) sends these messages towards a certain part of the earth and the receiver located there receives them. In this way the television signal is received in another country or place. Through satellite, communication can be easily established from any corner of the world to the other.
कृत्रिम उपग्रह आज के युग में किसी भी देश की प्रगति के सूचक हैं। इन उपग्रहों के माध्यम से पृथ्वी के बारे में अनेक जानकारी प्राप्त कर लेते हैं। जल, खनिज, मौसम आदि की जानकारियों के साथ–साथ दूसरे देशों में रक्षा कार्यों के लिए किये गये प्रयासों का भी पता लगाया जा सकता है ।
Artificial satellites are an indicator of the progress of any country in today’s era. Many information about the earth is obtained through these satellites. Along with information about water, minerals, weather etc., efforts made for defense work in other countries can also be traced.
उपग्रहों की सहायता से घर बैठे–बैठे देश के कहीं से भी टेलीविज़न कार्यक्रम देख सकते हैं और अपने रिश्तेदारों से बात कर सकते हैं । ‘ऑनलाइन‘ पढ़ाई भी कर सकते हैं । सचमुच, कृत्रिम उपग्रह वैज्ञानिक है चमत्कार है ।
With the help of satellites, sitting at home, you can watch television programs from anywhere in the country and talk to your relatives. You can also study ‘online’. Truly, the artificial satellite is a scientific miracle.
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